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राष्ट्रीय आवास बैंक का पता

 विजन

“आवास वित्त बाजार में स्थाईत्व सहित सघन विस्तार का संवर्धन”

मिशन

“जनसंख्या के सभी वर्गों की आवास आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए निम्न और मध्य आय आवास पर ध्यान देने सहित बाजार संभावनाओं को तलाशना और उसका संवर्धन”

उद्देश्य

रा०आ०बैंक की स्थापना, अन्य बातों के साथ-साथ, निम्न लिखित लक्ष्यों को प्राप्ति करने के लिए की गई है-

  • क. जनसंख्या के सभी वर्गों के लिए एक सुदृढ़, स्वस्थ , व्यवहार्य तथा लागत प्रभावी आवास वित्त प्रणाली का संवर्धन और संपूर्ण वित्तीय प्रणाली से आवास वित्त प्रणाली का समेकन ।
  • ख. विभिन्न आय समूहों तथा विभिन्न क्षेत्रों को पर्याप्त तौर पर सेवा करने हेतु समर्पित आवास वित्त संस्थानों का एक नेटवर्क विकसित करना ।
  • ग. इस क्षेत्र हेतु संसाधनों का संवर्धन और उनका आवास हेतु प्रणालनीकरण
  • घ. आवास ऋण को अधिक किफायती बनाना
  • च. अधिनियम से प्राप्त विनियामक एवं पर्यवेक्षी प्राधिकार के तौर पर आवास वित्त कंपनियों के क्रियाकलापों का विनियमन
  • छ. आवास हेतु भवन निर्माण योग्य भूमि और भवन निर्माण सामग्री की आपूर्ति की वृद्धि को भी प्रोत्साहन देना तथा देश में आवास इकाईयों का उन्नयन
  • ज. आवास हेतु सेवित भूमि के पूर्तिकर्ताओं और सुविधा प्रदाताओं के तौर पर सार्वजनिक एजेंसियों को प्रोत्साहन देना

 

संगठन

रा.आ.बैंक एक साधारण, अधिकारी उन्‍मुख, पेशेवर प्रबंधित संस्‍थान है, जिसका मुख्‍यालय दिल्‍ली में स्थित हैं। 

रा.आ.बैंक नवाचारी प्रक्रियाओं, कर्त्‍तव्‍यनिष्‍ठता, कार्य संस्‍कृति और प्रौद्योगिकी सहायता के माध्‍यम से समसामयिक कार्य व्‍यवहार के द्वारा श्रेष्‍ठतम स्‍तर पर कार्य को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। यहां पर निम्‍नलिखित विभाग हैं:

  • पर्यवेक्षण विभाग
  • पुनर्वित्त परिचालन विभाग
  • परियोजना वित्त विभाग
  • संसाधन संग्रहण एवं प्रबंधन विभाग
  • जोखिम प्रबंधन विभाग
  • व्यवसाय नियोजन एवं संवर्धन विभाग
  • बाज़ार अनुसंधान, परामर्श एवं नीति विभाग
  • ऋण प्रत्याभूत निधि ट्रस्ट 
  • सूचना प्रौद्योगिकी विभाग
  • विधि विभाग
  • प्रशासन  एवं मानव संसाधन
  • सम्पदा विभाग
  • लेखा विभाग
  • सर्व लेखा प‍रीक्षा विभाग
  • राजभाषा
  • निदेशक मंडल तथा अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सचिवालय

 

 

बैंक की वेबसाइट  :   https://nhb.org.in/hi/


   
  राष्ट्रीय आवास बैंक के कुछ महत्व पूर्ण अभिक्रम
 
  • ग्रामीण आवास  निधि (आर एच एफ) :केन्द्रीय बजट 2008-09 की घोषणा के अनुसार राष्ट्रीय आवास बैंक के द्वारा आगे बढ़ाया गया यह एक नया प्रयास है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में समाज के कमजोर/गरीब तबके के लोगों के लिए सुगम आवास हेतु रियायती दरों पर वित्त उपलब्ध कराया जा सके।
  • स्वर्ण जयंती ग्रामीण आवास वित्त योजना:इस योजना का उददेश्य आवास के लिए सांस्थानिक ऋण हेतु बेहतर व सहज पहुंच बनाकर ग्रामीण इलाकों में आवास की कमी की समस्या को संबोधित करना है। राष्ट्रीय आवास बैंक ने ऋणों एवं पुनर्वित्त को बैंकों , आवास वित्त कंपनियों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, सहकारी बैंकों तथा शीर्षस्थ सहकारी आवास वित्त समितियों तक विस्तारित किया है।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पादक आवास: ऐसे घरों के निर्माण हेतु ऋण उपलब्ध कराना, जो घर के साथ-साथ, अपने काम- धंधे के लिए एक उत्पादक स्थल होता है और उस परिवार की आय बढ़ाने में मददगार होता है। राष्ट्रीय आवास बैंक 'ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पादक आवास ' के अंतर्गत प्रत्यक्ष ऋण एवं पुनर्वित्त के माध्यम से ऋण विस्तारित करता है।
  • आवास माइक्रो (सूक्ष्म)वित्त : समाज के कमजोर वर्ग के लिए , उनके विद्यमान घरों की मरम्मत/नवीनीकरण तथा नए निर्माण के लिए राष्ट्रीय आवास बैंक के पास माइक्रो क्रेडिट (सूक्ष्म ऋण) का प्रावधान है, जिसे अनुसूचित बैंकों, आवास वित्त कंपनियों एवं सहकारी आवास समूहों के माध्यम से संवितरित किया जाता है।
  • सावधि (टर्म एवं फिक्सड) जमा योजनाएं: राष्ट्रीय आवास बैंक ने सुनिधि एवं सुवृद्धि नामक सावधि (मियादी) जमा योजनाएं प्रारंभ की हैं। सुवृद्धि जमा योजना आयकर अधिनियम की धारा 80 ग (सी) के अंतर्गत कर से छूट प्राप्त है। इन योजनाओं में धन की उच्च सुरक्षा के साथ बेहतर वृद्धि के साथ वापसी सुनिश्चित है।
  • रिवर्स मार्टगेज ऋण (लोन): भारत में पहली बार राष्ट्रीय आवास बैंक के द्वारा प्रस्तुत एवं अनुसूचित बैंकों एवं आवास वित्त संस्थानों द्वारा क्रियान्वित किया गया है। इस ऋण को एक घर का स्वामी वरिष्ठ नागरिक अपने जीवन साथी के साथ घर में रहते हुए जीवन भर के लिए ऋण प्राप्त कर सकता है राष्ट्रीय आवास बैंक के द्वारा वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा के लिए देश भर में रिवर्स मार्टगेज ऋण परामर्श केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
  • वहनीय (एफोर्डेबल) आवास हेतु सहायता: हाल ही में केन्द्र सरकार द्वारा प्रारंभ की गई वहनीय (एफोर्डेबल) आवास योजना हेतु राष्ट्रीय आवास बैंक प्रोत्साहन एवं संवर्धन के लिए कटिबद्ध है। इस योजना में ग्रामीण एवं शहरी इलाकों के कमजोर आर्थिक वर्ग, मध्य वित्त वर्ग, एवं अल्पसेवितों एवं असेवितों के लिए विशेष प्रावधान है। बैंक का उद्देश्य देश भर में हर एक परिवार के लिए अपने घर का सपना सच करने का है।
  • वित्तीय सहायता:राष्ट्रीय आवास बैंक वैयक्तिक ऋण के दायरे के अंतर्गत बैंकों, आवासवित्त कंपनियों, ग्रामीण आवास बैंकों, शीर्षस्थ आवास वित्त सहकारिताओं / राज्य सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंकों के साथ मिलकर वित्तीय सहायता प्रदान करता है।






दिल्‍ली बैंक नगर राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति दिल्‍ली बैंक नगर राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति

भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग के तत्‍वावधान में दिल्‍ली बैंक नगर राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति का गठन किया गया है । समिति के संयोजन का दायित्‍व पंजाब नैशनल बैंक के पास है । समिति की उदघाटन बैठक दिनांक 28 सितम्‍बर, 1994 को आयोजित की गई जिसका उदघाटन भारत सरकार, गृह मंत्रालय में केंद्रीय उप गृह मंत्री, माननीय श्री राम लाल राही ने किया ।


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